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वसुबारस एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो भगवान गणेश और उनकी माता पार्वती की आराधना के लिए मनाया जाता है। यह त्योहार आश्विन महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है, जो आमतौर पर सितंबर या अक्टूबर में पड़ता है। वसुबारस का इतिहास
वसुबारस का इतिहास प्राचीन है। यह त्योहार भगवान गणेश के जन्म की कहानी से जुड़ा हुआ है। कथा के अनुसार, पार्वती ने अपने शरीर के मैल से एक बालक की रचना की और उसे भगवान शिव के समक्ष प्रस्तुत किया।
वसुबारस के पौराणिक कथाएं
:वसुबारस का महत्व:
वसुबारस का महत्व भगवान गणेश की पूजा और उनकी माता पार्वती की आराधना से जुड़ा हुआ है। यह त्योहार भगवान गणेश के जन्म की कहानी से जुड़ा हुआ है,जो इस प्रकार है.भगवान गणेश की माता पार्वती ने उनकी रचना की थी, जब उन्होंने अपने शरीर के मैल से एक बालक की रचना की थी। पार्वती ने उस बालक को भगवान शिव के समक्ष प्रस्तुत किया और उनसे कहा कि वह उनका पुत्र है। भगवान शिव ने उस बालक को अपना पुत्र स्वीकार किया और उसका नाम गणेश रखा।

 : वसुबारस की पूजा विधि :
वसुबारस की पूजा विधि इस प्रकार है:
1.सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
2.भगवान गणेश और पार्वती की पूजा करें।
3.गणेश को लड्डू और मोदक का भोग लगाएं।
4.पार्वती को श्रंगार और फूलों का भोग लगाएं।
5.भगवान गणेश और पार्वती की आराधना करें।
6.वसुबारस की कथा सुनें।
7.भगवान गणेश और पार्वती को प्रणाम करें।

 : वसुबारस के लाभ :
वसुबारस के कई लाभ हैं:
1.भगवान गणेश की कृपा प्राप्त होती है।
2.जीवन में सुख और समृद्धि आती है।
3.भगवान गणेश की आराधना से बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि होती है।
4.जीवन में संतुष्टि और शांति आती है।

 : वसुबारस के मंत्र :
वसुबारस के मंत्र इस प्रकार हैं:
1.”ॐ गणेशाय नमः”
2.”ॐ गणपतये नमः”
3.”ॐ गणेश पार्वती नमः”

 : वसुबारस के भोग :
वसुबारस के भोग इस प्रकार हैं:
1.लड्डू
2.मोदक
3.श्रंगार
4.फूल

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: वसुबारस के महत्व :

वसुबारस की कथा भगवान गणेश के जन्म से जुड़ी हुई है। कथा के अनुसार, पार्वती ने अपने शरीर के मैल से एक बालक की रचना की और उसे भगवान शिव के समक्ष प्रस्तुत किया। भगवान शिव ने उस बालक को अपना पुत्र स्वीकार किया और उसका नाम गणेश रखा। वसुबारस का महत्व भगवान गणेश की पूजा और उनकी माता पार्वती की आराधना से जुड़ा हुआ है। यह त्योहार भगवान गणेश के जन्म की कहानी से जुड़ा हुआ है और इसके कई लाभ हैं।

: वसुबारस के उत्सव :
वसुबारस के उत्सव इस प्रकार हैं:
1.भगवान गणेश और पार्वती की पूजा
2.कथा सुनना
3.भोग लगाना
4.आराधना करना
5.प्रणाम करना

: वसुबारस के पौराणिक कथाएं इस प्रकार हैं :
1.भगवान गणेश का जन्म
2.पार्वती की आराधना
3.भगवान शिव की कृपा
4.गणेश की बुद्धि और ज्ञान

वसुबारस के लोकप्रिय गीत
: वसुबारस के लोकप्रिय गीत इस प्रकार हैं :
1.”गणेश आओ”
2.”पार्वती माता”
3.”गणेश भगवान”
4.”वसुबारस की कथा”

वसुबारस के पूजा सामग्री
: वसुबारस के पूजा सामग्री इस प्रकार हैं :
1.गणेश की मूर्ति
2.पार्वती की मूर्ति
3.लड्डू
4.मोदक
5.श्रंगार
6.फूल

वसुबारस के व्रत
: वसुबारस के व्रत इस प्रकार हैं :
1.वसुबारस व्रत
2.गणेश व्रत
3.पार्वती व्रत

वसुबारस के उत्सव
: वसुबारस के उत्सव इस प्रकार हैं :
1.भगवान गणेश और पार्वती की पूजा
2.कथा सुनना
3.भोग लगाना
4.आराधना करना
5.प्रणाम करना

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: वसुबारस कथा :
भगवान गणेश के जन्म की कहानी

वसुबारस कथा भगवान गणेश के जन्म की कहानी है, जो हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है। यह कथा भगवान गणेश की माता पार्वती की आराधना और भगवान शिव की कृपा को दर्शाती है। कथा के अनुसार, पार्वती ने अपने शरीर के मैल से एक बालक की रचना की और उसे भगवान शिव के समक्ष प्रस्तुत किया। भगवान शिव ने उस बालक को अपना पुत्र स्वीकार किया और उसका नाम गणेश रखा।

G: गणेश का जन्म :
पार्वती ने अपने शरीर के मैल से एक बालक की रचना की और उसे अपने पुत्र के रूप में स्वीकार किया। वह बालक बहुत सुंदर और शक्तिशाली था। पार्वती ने उसे गणेश नाम दिया और उसकी देखभाल करने लगी।

: गणेश की परीक्षा :
एक दिन, भगवान शिव ने गणेश की परीक्षा लेने का निर्णय किया। उन्होंने गणेश को एक चुनौती दी, जिसमें उन्हें भगवान शिव के चारों ओर चक्कर लगाना था। गणेश ने भगवान शिव के आदेश का पालन किया और उनके चारों ओर चक्कर लगाया।

: गणेश की जीत :
गणेश ने भगवान शिव के चारों ओर चक्कर लगाने के बाद, उन्हें प्रणाम किया। भगवान शिव ने गणेश की जीत को स्वीकार किया और उसे अपना पुत्र घोषित किया। गणेश को भगवान शिव का आशीर्वाद मिला और वह भगवान गणेश के नाम से प्रसिद्ध हुआ।

: वसुबारस का महत्व :
वसुबारस कथा भगवान गणेश के जन्म की कहानी है, जो हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है। यह कथा भगवान गणेश की माता पार्वती की आराधना और भगवान शिव की कृपा को दर्शाती है। वसुबारस का महत्व भगवान गणेश की पूजा और उनकी माता पार्वती की आराधना से जुड़ा हुआ है।
वसुबारस कथा भगवान गणेश के जन्म की कहानी है, जो हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है। यह कथा भगवान गणेश की माता पार्वती की आराधना और भगवान शिव की कृपा को दर्शाती है। वसुबारस का महत्व भगवान गणेश की पूजा और उनकी माता पार्वती की आराधना से जुड़ा हुआ है।

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भगवान गणेश आपके जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लाएं। आपके घर में गणेश जी की कृपा बरसे और आपके सपने पूरे हों। इस पवित्र दिन पर, मैं आपके लिए खुशियों और समृद्धि की कामना करता हूं। आपका जीवन गणेश जी की कृपा से भरा रहे! वसुबारस की शुभकामनाएं!”

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